tractor mileage : खेती में टेक्नोलॉजी का सामरिक उपयोग: ट्रैक्टरों की माइलेज में सुधार के लिए नवीनतम और सर्वोत्तम अद्यतित सलाह

ट्रैक्टर माइलेज एक महत्वपूर्ण कृषि पैरामीटर है जो किसानों के लिए आत्मनिर्भरता और उत्पन्नता की दृष्टि से महत्वपूर्ण है। यह निर्धारित करता है कि कितना ईंधन, जैसे कि डीजल, ट्रैक्टर को कितने किलोमीटर तक पहुँचा सकता है, जिससे किसानों को अपने खेतों की सुरक्षा और उत्पन्नता में मदद होती है। एक अच्छी ट्रैक्टर माइलेज का सामरिक मतलब है कि किसान अपने खेतों को ज्यादा समय तक सुरक्षित रख सकता है और उसकी खेती में बेहतर उत्पन्नता प्राप्त कर सकता है। इसके लिए, नवीनतम तकनीकी उपयोग और ध्यानपूर्वक ट्रैक्टर की देखभाल की जरूरत है ताकि किसान अपने उपकरणों को उच्च दक्षता और उत्कृष्टता के साथ उपयोग कर सके। इससे किसान अपनी आर्थिक स्थिति में सुधार कर सकता है और साथ ही समृद्धि की दिशा में कदम बढ़ा सकता है।

एक समय वो भी था, जब किसानों को तपती धूप और बारिश के थपेड़ों को बीच खेतों की जुताई, फसल को मंडी पहुंचाना और भी कई भारी-भरकम काम खून-पसीना बहाकर करने होते थे. उस समय खेती-किसानी सिर्फ बैलों और मजदूरों की महरबानी पर ही मुमकिन थी, लेकिन आज के आधुनिक दौर में कृषि यंत्रों और मशीनों ने तो जैसे खेती की काया पलटकर रख दी है.

इन्हीं कृषि मशीनरियों और यंत्रों में शामिल है ट्रैक्टर, जो आज किसानों को सबसे करीबी साथी बन चुका है. चाहे खेती से जुड़ा काम हो या उपज को ढोकर मंडी पहुंचाना या फिर किसानों का व्यक्तिगत काम ही क्यों ना हो. ट्रैक्टर की बदौलत हर काम कई गुना आसान हो गया है.

इस तरह करें ट्रैक्टर में डीजल की बचत

ट्रैक्टर में डीजल की बचत करने के लिए कुछ सुझाव निम्नलिखित हैं:

  1. आदर्श चालन तकनीक: सही चालन तकनीक का अनुसरण करना डीजल की बचत में मदद कर सकता है। अच्छे से ट्रैक्टर चलाने के लिए सही गियर, सही चलने की गति, और सही तरीके से ब्रेक का इस्तेमाल करना डीजल की उपयोगिता को बढ़ा सकता है।
  2. नियमित ट्रैक्टर देखभाल: नियमित रूप से ट्रैक्टर की देखभाल करना उसकी कार्यशीलता को बनाए रख सकता है और इससे इसकी इंजन और अन्य अंगों की सही काम कारी रहती है, जिससे डीजल की बचत हो सकती है।
  3. इंजन की सेटिंग में सुधार: ट्रैक्टर के इंजन की सही सेटिंग का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। सही इंजन प्रमाणों की सेटिंग से डीजल की बर्बादी को कम किया जा सकता है और उपयोगिता को बढ़ा सकता है।
  4. सही लोड और स्पीड: ट्रैक्टर को सही लोड और स्पीड में चलाना डीजल की बचत के लिए महत्वपूर्ण है। अत्यधिक लोड और उच्च स्पीड में चलाने से इसकी उपयोगिता कम हो सकती है और डीजल की खपत बढ़ सकती है।
  5. रेगुलर सर्विस और तकनीकी अपग्रेडेशन: नियमित सर्विस और ट्रैक्टर को नवीनतम तकनीकी अपग्रेडेशन से डीजल की उपयोगिता में सुधार हो सकता है। नए तकनीकी उपयोग करने से ट्रैक्टर की कार्यशीलता बढ़ती है और डीजल की बचत होती है।

इन सुझावों का पालन करके किसान ट्रैक्टर में डीजल की बचत कर सकता है और अपनी कृषि उपकरणों को आर्थिक रूप से प्रबंधित कर सकता है।

खेती के लिये कौन सा ट्रैक्टर खरीदना चाहिये

खेती के लिए सही ट्रैक्टर का चयन कई प्रमुख कारकों पर निर्भर करता है, जैसे कि खेत की आकार, जलस्रोत, और विभिन्न कामों के लिए आवश्यक उपकरणों की आवश्यकता। यहां कुछ मुख्य तत्व हैं जो आपको सही ट्रैक्टर का चयन करने में मदद कर सकते हैं:

  1. खेत की आकार और प्रकार: छोटे खेतों के लिए छोटे साइज के ट्रैक्टर और बड़े खेतों के लिए बड़े साइज के ट्रैक्टर का चयन करें। अगर खेत में कच्ची और सूखी खेती दोनों होती हैं, तो उसके अनुसार ट्रैक्टर का चयन करें।
  2. उपयोगिता का प्रकार: ट्रैक्टर की उपयोगिता का प्रकार बहुत महत्वपूर्ण है। खेती के लिए, रोटावेटर, हैरो, प्लो, और अन्य संबंधित उपकरणों के साथ संगत ट्रैक्टर का चयन करें।
  3. मोटर शक्ति: ट्रैक्टर की मोटर शक्ति भी महत्वपूर्ण है। आपके खेत के आधार पर और आपके कामों की जरूरतों के अनुसार, सही शक्ति विकल्प का चयन करें।
  4. ट्रैक्टर कंपनी और मॉडल: लोकल बाजार में उपलब्ध ट्रैक्टर कंपनियों की जानकारी करें और विभिन्न मॉडल्स की तुलना करें। आपके लिए सही ट्रैक्टर कंपनी और मॉडल का चयन करें जो उपयुक्त और टिकाऊ हो।
  5. बजट: अपने बजट के अनुसार ट्रैक्टर का चयन करें, लेकिन सुनिश्चित करें कि आपके कामों की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए पर्याप्त शक्ति और सुविधाएं हों।

इन सभी कारकों को मध्यस्थ करके, आप अपने खेती के उद्देश्यों और आवश्यकताओं के अनुसार सही ट्रैक्टर का चयन कर सकते हैं।

1 किलोमीटर के लिए डीजल की खपत

खेती-किसानी के अलावा और भी कई कामों के लिये ट्रैक्टर का इस्तेमाल किया जाता है और इन कामों के लिये डीजल की खपत भी अलग-अलग अनुपात में होती है.

  • ट्रैक्टर के साथ रोटावेटर चलाने पर हर घंटे 7-8 लीटर डीजल खर्च हो जाता है. वहीं ट्रेलर पर वजन ढोकर 1 लीटर डीजल की खपत में ट्रेक्टर कम से कम 5-7 किलोमीटर की माइलेज दे जाता है.
  • बात करें अल्टरनेटर या स्ट्रॉ रीपर की तो ट्रैक्टर के साथ इनका प्रयोग करने पर समय, काम और परिस्थितियों के मुताबिक इसमें हर घंटे 6-7 लीटर तक डीजल फुकता है.

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